मशरूम उत्पादन पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण शुरू
भाटपाररानी -कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा आर्या परियोजना के अंतर्गत ग्रामीण युवक युवतियों के लिए पांच दिवसीय मशरूम उत्पादन , कृषि अवशिष्ट का मशरूम उत्पादन में उपयोग विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए उप निदेशक कृषि सुभाष मौर्य ने प्रशिक्षणार्थियों को बताया कि मशरूम छोटे किसानों के लिए एक बहुत अच्छा व्यवसाय है। इसके द्वारा किसान अपनी आजीविका चलाने के साथ-साथ अच्छा पैसा भी कमा सकते हैं।
कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डॉ मांधाता सिंह ने अपने संबोधन में बताया कि मशरूम, मधुमक्खी पालन, बकरी पालन, मुर्गी पालन, डेयरी इत्यादि के द्वारा छोटे किसान अपना अच्छा व्यवसाय कर सकते हैं।
इस अवसर पर डॉ. रजनीश श्रीवास्तव द्वारा किसानों को मशरूम उत्पादन के बारे में विस्तार पूर्वक बताया ।
कार्यक्रम के संबंध में जयकुमार ने किसानों को मशरूम से बनने वाले उत्पादों के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में उपस्थित सभी किसानों को डॉक्टर कमलेश मीना ने बताया कि मशरूम उत्पादन में कृषि अवशिष्ट का उपयोग किया जाता है।
उत्पादन के बाद जिनका उपयोग खाद एवं पशु चारे के रूप में किया जा सकता है। जय कुमार ने प्रशिक्षार्थियों को मशरूम उत्पादन के महत्व पर चर्चा की तथा धन्यवाद प्रस्ताव दिया।
इस अवसर पर अनिल, मनोज, रीना, अन्नू सहित 20 से अधिक प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे।