कबीर विचार उत्सव का आयोजन किया गया



देवरिया -आज कबीर पुरुषार्थ शिक्षण संस्थान कहांव मठ के प्रांगण में "कबीर विचार उत्सव" में "कबीर की विचार चेतना व प्रासंगिकता"विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का आयोजन संजयदीप कुशवाहा प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय समानता दल उत्तर प्रदेश ने किया।मंच का संचालन शैलेश कुमार मोनू ने किया।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ दिनेश कुशवाहा हिंदी विभाग अध्यक्ष  ए पी एस विश्वविद्यालय रीवा ने कहा कि नफरत और कट्टरता के विरुद्ध युद्ध का नाम कबीर है।कबीर प्रगतिशील चेतना के महाकवि थे।मानवता और प्रेम उनका मूल मंत्र है,आज के विकृत वातावरण में कबीर के विचारों को जनता के बीच प्रसारण करने की जरूरत है।चल रहे नफरत की अंधी के माहौल में कबीर की विचार चेतना की प्रासंगिकता बढ़ जाती है। 

डॉ राजेश मल्ल अध्यक्ष हिंदी विभाग डी डी यू गोरखपुर ने कहा कि कबीर की वाणी आज भी हमारे संस्कृति और नस्लों में जीवित है,कबीर क्रांतिकारी दार्शनिक है पाखंड और अंधविश्वास के खिलाफ उनकी लड़ाई को वर्तमान समय मे मजबूती से लड़ने की जरूरत है। 

डॉ रामनरेश राम ने कहा कि कबीर की रचनाओं में सामाजिक और आर्थिक रूप कमजोर होने की उत्पीड़न की आवाज आती है।कबीर के समकालीन भक्ति काल के अधिकांश कवि सामाजिक और आर्थिक कमजोर वर्ग के थे उन सभी कवियों में उत्पीड़न का दंश झलकता है।

मनोज सिंह महासचिव सांस्कृतिक मंच ने कहा कि राष्ट्र कवि कबीर की रचनाओं में एकता और प्रेम झलकता है।कबीर के अनुसार प्रेम का ढाई अक्षर मजबूत राष्ट्र निर्माण का मूलमंत्र है। 

किसान नेता शिवजी राय ने कहा कि कबीर श्रमशील समाज के प्रवर्तक है कबीर मठ आज भी श्रम के केंद्र बिंदु है कबीर मठों की संस्कृति उत्पाद और सेवन की संस्कृति है,।

डॉ चतुरानन ओझा ने कहा कि कबीर की विचार चेतना शोषित समाज की पीड़ा का ब्याख्यान है कबीर की रचनाओं में शोषित वर्ग के पीड़ा झलकती है।

प्रोफेसर इंद्र कुमार यादव ने कहा कि कबीर बौद्धिक मार्क्स से पूर्व व्यवहारिक मार्क्स है।और हासिये के समाज का प्रखर वकालत करते है। 

अध्यक्षता कर रहे मोतीलाल शास्त्री राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय समानता दल ने कहा कि कबीर सामाजिक न्याय के योद्धा है उनकी वाणी और रचनाओं में असमानता के विरुद्ध क्रांति झलक है देश मे नफरत और साम्प्रदायिक तनाव को खत्म करने में कबीर की प्रासंगिकता बढ़ गयी है आज कबीर होते तो कट्टरपंथी विचारधारा के विरुद्ध युद्ध के महानायक होते।

अगमस्वरूप कुशवाहा राष्ट्रीय मुख्य महासचिव राष्ट्रीय समानता दल ने स्वागत भाषण में आगंतुकों के प्रति आभार प्रकट किया।

ग्रामप्रधान अजय कुशवाहा एवं प्रन्धक मोहन कुशवाहा ने अतिथियों को माला पहनाकर स्वागत किया।कार्यक्रम में सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

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