किसानों के लिए दानेदार डी0ए0पी0 का विकल्प है नैनो डी0ए0पी0


अमेठी।इफ्को क्षेत्राधिकारी शिशु पाल ने बताया कि जनपद में किसानों द्वारा गेहूं बोआई का कार्य शुरू कर दिया गया है, फास्फेटिक उर्वरक के विकल्प में किसान नैनो डी0ए0पी0 से बीज शोधित कर सकते है। 

उन्होंने बताया कि एक एकड़ गेहूं फसल के लिए 50 किलो बीज का प्रयोग किया जाता है, जिसे 250 एम0एल0 (5 मिली0ली0 प्रति किलो बीज) नैनो डी0ए0पी0 को एक से सवा लीटर पानी में मिलाकर बीज शोधित करें तथा शेष 250 एम0एल0 डी0ए0पी0 का 30 से 35 दिन की फसल पर स्प्रे करें। उन्होंने बताया कि नैनो डी0ए0पी0 का उपयोग करने से किसान अपनी दानेदार डी0ए0पी0 की मात्रा आधी कर सकते है, दानेदार डी0ए0पी0 के एक बैग की कीमत 1350 रुपये है तथा नैनो डी0ए0पी0 की एक बोतल 600 रुपये की है। 

उन्होंने बताया कि जिससे किसान को करीब 750 रुपये की बचत होती है तथा इसके उपयोग से लागत में कमी आएगी और उत्पादन बढ़ेगा। इस सम्बन्ध में क्षेत्रीय प्रबन्धक इफको अमेठी ने बताया कि रासायनिक उर्वरक के असंतुलित प्रयोग के होने वाले दुष्प्रभाव से बचाव के लिए इफको ने नैनो उर्वरक का अनुसंधान किया था एवं इसके अच्छे परिणाम सामने आए तथा नैनो यूरिया, डी0ए0पी0 से पर्यावरण पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता।

उन्होंने बताया कि दानेदार उर्वरकों से पौधों को 30 से 35 प्रतिशत पोषक तत्व उपलब्ध हो पाते हैं व नैनो उर्वरक से 90 से 95 प्रतिशत पोषक मिलते हैं तथा नैनो उर्वरक पर दुर्घटना बीमा का लाभ मिलता है। 

उन्होंने बताया कि किसानों को न्यूनतम एक बोतल खरीदने पर 10 हजार रुपये और अधिकतम 20 बोतल खरीदने पर दो लाख रुपये तक का मुफ्त दुर्घटना बीमा मिलता है।


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