सब्जी मटर की वैज्ञानिक खेती कैसे करे किसान भाई


सब्जी मटर की खेती के लिए सबसे अच्छा मौसम शरद ऋतु और बसंत ऋतु होता है, जब तापमान 10-20 डिग्री सेल्सियस के बीच होता है। अधिक तापमान रहने पर पौधों की बढ़वार रूक जाती है।  

प्रो. रवि प्रकाश मौर्य निदेशक प्रसार्ड ट्रस्ट मल्हनी देवरिया ने बताया कि  सब्जी मटर की खेती कर किसान भाई अधिक आय प्राप्त कर सकते है।    

मिट्टी-सब्जी मटर की खेती के लिए उपजाऊ और जल निकासी वाली मिट्टी की आवश्यकता होती है।

दूरी -पंक्ति से पंक्ति की दूरी 30 सेमी. पौधे से पौधे की दूरी 10 से.मी. पर ,3-4 सेमी. की गहराई पर बुआई करनी चाहिए।

प्रमुख प्रजातियां- काशी अगैती, काशी उदय, काशी नन्दिनी, पूसा श्री, पूसा प्रगति, पूसा आर्किल,पूसा प्रबल है।।   

बुआई का समय-15 अक्टूबर से 15 नवम्बर तक  समान्य तापमान पर बुआई करनी चाहिए।

बीज की मात्रा -35-40 किग्रा प्रति एकड़ के लिए बीज पर्याप्त होता है। 

फसल तैयार होने का समय- प्रजाति के अनुसार नवम्बर से जनवरी  के मध्य फली तैयार हो जाती है।

सिंचाई:-मटर की पहली सिंचाई फूल आते समय तथा दूसरी सिंचाई फलियां बनते समय करनी चाहिए। अधिक पानी न दें क्योंकि इससे पौधे खराब हो सकते हैं।

उर्वरक- मृदा परीक्षण के आधार पर  उर्वरकों का प्रयोग करना चाहिए। मटर की खेती में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश की आवश्यकता होती है, जिन्हें उर्वरक के रूप यूरिया 18 किग्रा ,सिगल सुपर फास्फेट  150 किग्रा, म्यूरेट आफ पोटाश 66 किग्रा ,जिप्सम 40 किग्रा प्रति एकड़ में प्रयोग किया जा सकता है।

उपज-  हरी फली 28-30 कुन्टल प्रति एकड़ में प्राप्त होती हैँ।

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