दिल्ली पूरी तरह गैस चैम्बर में तब्दील, AQI 1000 के पार

दिल्ली में अभी ठंड ठीक से आई भी नहीं और दिल्ली में पूरी तरह से गैस चैंबर में गंदगी हो गई है। शुक्रवार को दिल्ली का औसत एक्यूआई लेवल 504 तक पहुंच गया। यहां तक ​​कि आनंद विहार इलाके में AQI लेवल 865 दर्ज किया गया है. ये बेहद गंभीर श्रेणी में आता है।

दिल्ली में खतरनाक कार्टून हवा को देखते हुए ग्रैप 3 भी लागू किया गया है। पिछले दो दिनों में जिस खतरनाक वायु प्रदूषण का दिल्ली शिकार हुआ था, उसे देखते हुए दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को आनंद विहार बस स्टैंड पर पर्यावरणीय प्रदूषण के पहलुओं का पता लगाया। ताजा जानकारी के मुताबिक शनिवार को दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में वायु प्रदूषण का स्तर 1098 तक पहुंच गया।

ग्रेप 3 के लागू होने से बीएस 3 के पेट्रोल और बीएस 4 के डीजल प्लांट पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, लेकिन आनंद विहार बस टर्मिनल में ज्यादातर ऐसी ही थी जो बीएस 3 या बीएस 4 तकनीक पर संचालित हो रही थी। 

गोपाल राय ने आनंद विहार बस टर्मिनल से जुड़े लोगों को जोरदार हंगामा किया और उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश से यह दिल्ली में आ रहे हैं। जबकि दिल्ली में सीएनजी और इलेक्ट्रिक स्ट्रेचेज ही चल सकते हैं।

बीएस 3 और बीएस 4 कम्यूनिटी पर प्रतिबंध है और यह उत्तर प्रदेश से आनंद विहार में वायु प्रदूषण में रुकावट कर रही है। गोपाल राय ने सीमेंट के अधिकारियों को भी बीएस3 और बीएस4 के डिब्बों को टर्मिनल से आउट डोर का ऑर्डर दिया। उनका कहना है कि जो भी क्रांतिकारी के खिलाफ है वह अपनी कार्रवाई नहीं करेगा।

पिछले दो दिनों में दिल्ली में प्रदूषण के कण हवा में इस दर्रे की विजिबिलिटी भी कम हो गई है। दिल्लीवालों का दम फिर फूलने लगा है। हवा का झोंका होने लगा है. दो दिन से दिल्ली में पूरी तरह से गैस चैंबर में कलाकृतियां हो गई हैं।

हालात इस कदर प्रशंसा करते जा रहे हैं कि हर घंटे हवा खराब हो रही है। दिल्ली में शुक्रवार को एयर स्केल शेयर्स का औसत AQI का स्तर 504 रहा। यानी दिल्ली की हवा गंभीर श्रेणी में है। सबसे खराब स्थिति आनंद विहार की है यहां AQI 865 तक पहुंच गया है।

दिल्ली में वायु प्रदूषण काफी कम है और प्रदूषण बढ़ने का सबसे बड़ा कारण पड़ोसी राज्य में जलाई जाने वाली पराली है। पिछले कुछ दिनों में पड़ोसी राज्य, विशेष रूप से पंजाब में पराली की घटनाओं में अचानक वृद्धि हुई। 30 अक्टूबर 1852 को, 31 अक्टूबर 2901 को और 1 नवंबर 2386 को पराली जलाने की घटनाएँ सामने आईं।

आंकड़ों के मुताबिक, गुरुवार को दिल्ली की हवा में PM2.5 की बढ़ोतरी हुई, जबकि दिल्ली की हवा में PM2.5 की बढ़ोतरी 25% रही। इस शुक्रवार को 35% पार हो गया और दिल्ली की हवा निकल गई।

राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण से अगले कुछ दिनों तक राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।

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