समाजवादी पार्टी ने अखिलेश को बताया भविष्य का प्रधानमंत्री
भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को लखनऊ में पार्टी कार्यालय के बाहर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को "भावी प्रधानमंत्री" घोषित करने वाला एक पोस्टर सामने आने के बाद उनका मजाक उड़ाया और कहा कि किसी भी व्यक्ति को "दिवास्वप्न" देखने से नहीं रोका जा सकता है।
पार्टी ने कहा कि लोगों को अपनी क्षमता के मुताबिक सपने देखना चाहिए। यह पोस्टर चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में सीटों के बंटवारे को लेकर इंडिया गठबंधन सहयोगियों, सपा और कांग्रेस के बीच खींचतान के बीच आया है। यह पोस्टर सपा नेता फखरुल हसन चांद ने लगवाया है। सपा के इसी पोस्टर पर भाजपा ने पलटवार किया है।
बीजेपी नेता दानिश आजाद अंसारी ने इसे 'मुंगेरी लाल के हसीन सपने' बताया। उन्होंने कहा कि दिवास्वप्न देखने से कोई किसी को नहीं रोक सकता। लेकिन व्यक्ति को अपनी क्षमता के अनुसार ही सपने देखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारा देश विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है। देश की जनता को पीएम मोदी पर भरोसा है और देश निश्चित तौर पर तीसरी बार पीएम मोदी को पीएम चुनेगा। चांद ने कहा कि पोस्टर का उद्देश्य समाजवादी पार्टी प्रमुख के प्रति प्यार और सम्मान व्यक्त करना था।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता चाहते हैं कि अखिलेश यादव देश के प्रधानमंत्री बनें...भारत गठबंधन में हम चाहते हैं कि अखिलेश यादव प्रधानमंत्री का चेहरा बनें।
इंडिया गठबंधन के घटकों - भाजपा के खिलाफ 28 दलों का एक समूह - के बीच इस बात पर कोई सहमति नहीं है कि 2024 के आम चुनावों के लिए ब्लॉक का चेहरा कौन होगा। यादव ने कमलनाथ के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश भाजपा पर कांग्रेस के 144 उम्मीदवारों की सूची में समाजवादी पार्टी के किसी भी नेता को जगह न देकर उन्हें धोखा देने का आरोप लगाया है।
उन्होंने दावा किया है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने उनकी पार्टी को कम से कम चार उम्मीदवार मैदान में उतारने का आश्वासन दिया है। रविवार को कमलनाथ ने स्वीकार किया कि समाजवादी पार्टी के साथ सीटों के बंटवारे पर चर्चा हुई है।