भोजपुरी भाषा पर विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया
देवरिया - भोजपुरी पुनर्जागरण मंच, नारी प्रकोष्ठ, देवरिया के तत्वावधान में एक गोष्ठी का आयोजन ब्लूमिग रोज एकेडमी नेहरू नगर देवरिया में किया गया।
गोष्ठी की अध्यक्षता सौदागर सिंह ने किया।
मंच के संरक्षक डॉ लारी आजाद ने लिखित संदेश में कहा कि हमको यह जानकर खुशी हुई कि आप लोग इस अभियान में शामिल हों गई है। भोजपुरी हम लोगों की मां है। भोजपुरी दुनिया भर में फैली हमारी संस्कृति है । असली पहचान है। यह कोई छोटी भाषा नहीं है। यह दुनिया भर में बोलीं जाने वाली भारत की सबसे बड़ी भाषा है।
हम पांचों महादेश में घूम कर देखें है। अपनी मातृभाषा, माटी और संस्कृति के सम्मान खातिर संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए हम लोग प्रतिज्ञा बद्ध होकर आगे बढे।अगली पीढ़ी को गौरवशाली बनाकर सौपे।जब मां, बेटी,बहिन किसी पवित्र काम के लिए कसम खाती है तो आकाश झुक जाता है।
आप लोगों के आगे आने से यह लग रहा है कि अब वह समय दूर नहीं है, सरकार को संवैधानिक दर्जा देना ही पड़ेगा। आप लोगों की चट्टानी एकता दुनिया के लिए नसीहत बन जाय। दुनिया देखे की भोजपुरी माटी में कितना ताकत है।
मंच के संयोजक नरसिंह ने कहा कि मातृभाषा भाषा का जो सम्मान नहीं करते हैं वे सामाजिक अपराध करते हैं। मातृभाषा के प्रति आदर भाव रखना चाहिए। हम लोगों को अपनी मातृभाषा पर गर्व होना चाहिए।
नारी प्रकोष्ठ की सदस्य अराधना पाण्डेय, विनीता तिवारी,बविता जायसवाल, सरिता आदि महिलाओं ने अपना-अपना विचार रखा और कहा कि भोजपुरी भाषा को संविधान में सम्मान मिलने तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
इसके अलावा रमेश तिवारी, कैप्टन वीरेंद्र सिंह, शान्ति स्वरूप दूबे,बिजय पटेल वीरेंद्र कुमार सिंह ने संबोधित किया।
गोष्ठी में प्रवीण यादव, कुमार बृजेश, प्रेम शंकर श्रीवास्तव,नित्यानंद यादव, विनीता मालवीय, रागिनी दीक्षित सुमन मालवीय,सरिता आदि महिलाओं ने भाग लिया।