पहलवानों का प्रदर्शन समाप्त , फिर से काम पर लौटे
जंतर मंतर पर शीर्ष पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगट का प्रदर्शन पुलिस द्वारा जबरन हटाया गया।
इस धरना प्रदर्शन को समाप्त किए जाने के बाद पहलवानों ने अपने पुराने ऑफिस यानी रेलवे में फिर से काम शुरू कर दिया है। इसकी जानकारी उत्तर रेलवे मुख्यालय के रिकॉर्ड से पता चली है।
जानकारी के मुताबिक रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक 31 मई को अपने बड़ौदा हाउस कार्यालय में शामिल हुईं। वहीं इसके एक दिन बाद ही हरिद्वार में भारी ड्रामा हुआ।
बता दें कि बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगट ने भारतीय किसान के देर से हस्तक्षेप के बाद गंगा में अपने अंतरराष्ट्रीय पदकों को विसर्जित करने से रोक दिया। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकेत मौजूद थे।
बता दें कि 31 मई के एक पत्र में, मलिक ने क्रिकेट (पुरुष), बैडमिंटन (पुरुष), भारोत्तोलन, बास्केटबॉल (पुरुष), वॉलीबॉल (पुरुष), कबड्डी (पुरुष), कुश्ती, मुक्केबाजी (पुरुष) में रेलवे अंतर-मंडल चैंपियनशिप के संचालन को मंजूरी दी। ), एथलेटिक्स (पुरुष), और हॉकी (पुरुष)। एचटी के पास मंडल खेल अधिकारियों, मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय और उत्तर रेलवे के सभी पांच मंडलों- अंबाला, दिल्ली, फिरोजपुर, लखनऊ और मुरादाबाद को भेजे गए पत्र की एक प्रति है। मलिक ने विशेष कर्तव्य अधिकारी (ओएसडी) के रूप में अपनी क्षमता से पत्र पर हस्ताक्षर किए। जबकि मलिक को कॉल और संदेश अनुत्तरित थे, एक अधिकारी ने विकास की पुष्टि की।
इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि हां, तीनों ने कुछ दिन पहले ही सेवा ज्वाइन की है। चूंकि खाप अब विरोध का भविष्य तय कर रही हैं, इसलिए पहलवानों ने काम पर लौटने का फैसला किया है। जानकारी के मुताबिक शुरुआत में पहलवानों ने 7-10 दिन की छुट्टी ली थी।