टेढे़-मेढे पंजो से पीड़ित बच्चों का इलाज कराना अब हुआ आसान
अमेठी- जनपद में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत क्लबुट (टेढे़ मेढे पंजो) से पीड़ित बच्चों का इलाज कराना अब बहुत आसान हो गया है। जनपद में ऐेसे 22 बच्चो का इलाज किया गया, जिसमें 15 बच्चों का पैर ठीक हो गया और वह अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं। शेष बच्चो का इलाज संयुक्त जिला चिकित्सालय में चल रहा है। इस कार्य को अमली जामा पहनाने का कार्य अनुष्का फाउंडेशन फॉर एलिमिनेटिंग क्लब फुट और अजीम जी प्रेमजी फाउंडेशन के सहयोग से संभव हुआ है।
संयुक्त जिला चिकित्सालय गौरीगंज के सीएमएस डॉ. बद्री प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि क्लब फुट को खत्म करने के लिए अनुष्का फाउंडेशन ने क्लब फुट कार्यक्रम को लागू करने के लिए राज्य सरकार के साथ साझेदारी की। संस्था राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आशा कार्यकर्ता स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र और अन्य चिकित्सा कर्मी के साथ मिलकर ऐसी बीमारी से पीड़ित बच्चों को इलाज मुहैया करा रही है।
संयुक्त जिला चिकित्सालय में कक्ष सं0 1 में अपनी सेवा दे रहे डॉ. हनुमान प्रसाद तथा कक्ष सं0 13 में डॉ. बीके गुप्ता ने बताया की क्लब फूट एक जन्मजात दोष है। इसमें एक या दोनों पैर के पंजे अंदर की ओर मुड़े होते है। यह समस्या 800 जन्में बच्चो में से किसी एक बच्चे को होता है।
भारत में हर साल 33000 बच्चे क्लब फुट के साथ पैदा होते हैं। समय से इलाज न करने या उनका अधूरा इलाज करने से बच्चे गंभीर रूप से प्रभावित हो सकते है। क्लब फुट का पूरी तरह से इलाज संभव है और उसे आजीवन विकलांगता से बचाया जा सकता है।
अनुष्का फाउंडेशन फॉर एलिमिनेशन के प्रोग्राम एक्जीक्यूटिव विमलेश ने बताया कि क्लब फुट से ग्रसित बच्चों को 5 साल तक मुफ्त उपचार किया जाता है।जिससे किसी भी तरह की कमजोरी को कम किया जा सकता है। उन्होने बताया कि जनपद में प्रत्येक मंगलवार को जिला चिकित्सालय में टेढे़-मेढे पंजो से पीड़ित बच्चों को चिकित्सा हेतु दिखाया जा सकता है।अनुष्का फाउंडेशन के डायरेक्टर सुरेश ने बताया कि क्लब फूट उपचार के लिए अनुष्का फाउंडेशन का उद्देश्य देश के हर जिले में एक क्लब फुट क्लीनिक स्थापित करना है।
अनुष्का फाउंडेशन के प्रोग्राम मैनेजर शिरीष श्रीवास्तव ब्रांच मैनेजर विशाल सक्सेना मोजूद रहे। निशा के अभिभवक ने जतायी खुशी जनपद के सेमरौता पूरे पंड़ित खेखरूआ निवासी सीता देवी ने बताया कि मेरी तीन वर्षीय नातिन निशा के दोनों पैर जन्म से ही टेढ़े थे । यह देख सभी लोग दुखी हो गए।
लेकिन सिंहपुर सीएससी के चिकित्सक ने बताया कि जिला अस्पताल में इलाज से और यह ठीक हो जाएगी। एक माह पर पहला प्लास्टर चढ़ाया गया, तीसरे प्लास्टर के समय कोरोना आ जाने से थोड़ी परेशानी हुई लेकिन उसके बाद पुनः प्लास्टर के बाद आज काफी रूप से ठीक हो गयी है। जूता पहन कर अब दौड़ने भी लगी है।