विश्व मधुमेह दिवस
इन्सुलिन के खोज कर्ता फ्रेडरिक बेटिंग की जन्म तिथि 14 नवम्बर के अवसर पर इंटरनेशनल डायबिटीज फाउंडेशन की पहल पर संयुक्तराष्ट्र संघ द्वारा 14 नवम्बर को विश्व मधुमेह दिवस जनजागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है | आज विश्व में 463 मिलियन लोग इस गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं।
भारत के साथ - साथ विश्व के अन्य देशों में मधुमेह के रोगियों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है।अनुवंशिकी के साथ-साथ दोषपूर्ण भोजन व जीवन शैली मधुमेह के मुख्य कारणों में है। दुश्चिन्ता व तनावपूर्ण जीवन इसके मुख्य कारण हैं। मधुमेह के कारण शरीर के अन्य अंगों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। शुगर बढ़ने की वजह से हृदय, फेफड़ा, किडनी व आँखें प्रभावित होने लगती हैं। मधुमेह के मरीज को हमेशा थकान महसूस होती है। ज्यादा भूख व प्यास लगती है। बार-बार पेशाब होना व मुँह से दुर्गन्ध आना मधुमेह के प्रमुख लक्षण हैं।
महिलाओं में मधुमेह के लक्षण कुछ भिन्न है। इनमें यू०टी०आई० के संक्रमण से कई तरह की परेशानियां उत्पन्न हो जाती हैं। जिनमें किडनी, गर्भाशय व रक्त में संक्रमण हो सकता है। मधुमेह की वजह से महिलाओं में मूड स्विंग होता है । मधुमेह की वजह से ब्रेन स्ट्रोक (फालिज) की ज्यादा संभावना बनी रहती है । मधुमेह के मरीजों में हृदय एवं धमनियों के रोगों का खतरा सामान्य व्यक्ति से दो गुना हो जाता है। हृदय रोग के कारण मधुमेह मरीजों में दो से पाँच गुना अधिक मौतें होती है । मधुमेह के मरीज में रोगप्रतिरोधक क्षमता कम हो जाने के वजह से टी०वी० से संक्रमित होने की प्रबल सम्भावना रहती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (W.H.O.) की अद्यतन रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में 10% टी०वी० के मामले डायविटीज से जुड़े हुए हैं ।
संतुलित भोजन चिंता मुक्त मन-मस्तिष्क, नियमित व्यायाम, योग–प्रणायाम व प्रातः कालीन सैर से बहुत हद तक अपने आप को मधुमेह से दूर रखा जा सकता है।
वर्ष 2022 का थीम "Access to Diabetes Education" है । अर्थात् शिक्षा व जनजागरूकता से डायविटीज के प्रसार को नियंत्रित किया जा सकता है।
मनोज"मैथिल"