गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर में ‘स्वतंत्रता आन्दोलन‘ अथवा ‘हर घर तिरंगा‘ विषयक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया


गोरखपुर -संस्कृति विभाग, उ0प्र0 शासन के निर्देश के क्रम में आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत ‘स्वतंत्रता सप्ताह‘ एवं ‘हर घर तिरंगा कार्यक्रम‘ के अन्तर्गत राजकीय बौद्ध संग्रहालय, गोरखपुर (संस्कृति विभाग, उ0प्र0) एवं ललित कला एवं संगीत विभाग, दी0द0उ0 गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के संयुक्त तत्वावधान में आज ललित कला एवं संगीत विभाग, दी0द0उ0 गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर में ‘स्वतंत्रता आन्दोलन‘ अथवा ‘हर घर तिरंगा‘ विषयक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। 


इस प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय के स्नातक एवं परास्नातक स्तर के कुल 67 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। समस्त प्रतिभागियों ने मनोयोग पूर्वक अपने कला कौशल का परिचय देते हुए पूर्व निर्धारित विषय पर सुन्दर चित्र बनाये। मुख्य अतिथि ललितकला एवं संगीत विभाग, दी0द0उ0 गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर की विभागाध्यक्ष प्रो0 उषा सिंह, असिस्टेन्ट प्रोफसर डाॅ0 गौरीशंकर चैहान तथा डाॅ0 प्रदीप साहनी द्वारा स्तरीय चित्रों का चयन किया गया।



तदोपरान्त विजेता प्रतिभागियों को प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं सान्त्वना पुरस्कार तथा प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया। प्रथम पुरस्कार धर्मराज राना, द्वितीय पुरस्कार आदेश राज, तृतीय पुरस्कार महिमा मिश्रा एवं सान्त्वना पुरस्कार ज्योति शर्मा ने प्राप्त किया। अन्य प्रतिभागियों को संग्रहालय की तरफ से प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया।  


पुरस्कार वितरण के पश्चात विभागाध्यक्ष प्रो0 उषा सिंह ने समस्त प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कला के विविध आयाम पर प्रकाश डालते हुए उसकी बारीकियों के विषय में जानकारी दी। 

समसामयिक विषय पर आयोजित यह चित्रकला प्रतियोगिता में बहुत ही प्रेरणात्मक एवं देशभक्ति से ओत-प्रोत एक से बढ़कर एक चित्र बनाये। संग्रहालय द्वारा निरन्तर शैक्षिक एवं कलात्मक प्रतियोगिताओं के आयोजन से छात्रों में कला एवं प्रतिभा निखरती है तथा शैक्षिक संस्थानों में कार्यक्रमों का आयोजन की पहल निश्चित ही काबिले तारीफ है।

संग्रहालय के उप निदेशक डा0 मनोज गौतम ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारतीय कला एवं संस्कृति के प्रचार-प्रसार तथा बच्चों को अपने कर्तव्य के प्रति जागरूक करने के लिए संग्रहालय द्वारा इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसका उद्देश्य बच्चों में छिपी बौद्धिक क्षमता, प्रतिभा को निखारना एवं उन्हें प्रोत्साहित कर उनकी कमियों को दूर करने का अवसर प्रदान करना है। बच्चे देश व समाज के आइने हैं। इनकी प्रतिभा को सजोने एवं वांछित लक्ष्य की प्राप्ति हेतु प्रोत्साहित करना भी हमारा उद्देश्य है। अन्त में उप निदेशक ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। 

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