विवाद रहित गौतम बुद्ध की 15 अदद धातु की कलाकृतियां/मूर्तियां प्राप्त


गोरखपुर -राजकीय बौद्ध संग्रहालय, गोरखपुर  आज जनपद-बस्ती के थाना-लालगंज द्वारा थाने के मालखाने में रखी विवाद रहित कुल 15 अदद धातु की कलाकृतियां/मूर्तियां प्राप्त हुई, जिससे नित्य संग्रहालय का संग्रह समृद्ध हो रहा है। इसके पूर्व ग्राम पिपरा दीक्षित, थाना-भटनी, जनपद-देवरिया से एक अष्ट धातु की वैष्णव प्रतिमा प्राप्त हुई थी, जो लगभग 17वीं-18वीं शती की प्रतिमा है।

यहाॅ यह भी उल्लेखनीय है कि ए0डी0जी0 जोन, गोरखपुर  अखिल कुमार के आदेश के उपरान्त ए0डी0जी0 जोन गोरखपुर के क्षेत्रान्तर्गत थानों के मालखाने में रखी कलाकृतियां/मूर्तियां राजकीय बौद्ध संग्रहालय, गोरखपुर को उपलब्ध कराने हेतु निर्देश दिये गये, जिसके अनुपालन में जोन के विभिन्न थानों से विवाद रहित कलाकृतियां संग्रहालय के संग्रह को समृद्ध बना रही हैं।


आज  प्राप्त मूर्तियों में भगवान बुद्ध की 2 प्रतिमाएं भूमि स्पर्श मुद्रा में प्राप्त हुई है, जो लगभग 18वीं शती ई0 की है। इसके साथ ही लड्डू गोपाल, भगवान शिव व पार्वती, भगवान कच्छप, देवी दुर्गा की प्रतिमां, एक शिवलिंग, दो घंटियां, गरूण पक्षी तथा दो घोड़े प्राप्त हुए हैं। साथ ही एक हैटयुक्त बैठी प्रतिमा भी है, जो अत्याधुनिक प्रतीत होती है। इन मूर्तियों में एक स्थानक देवी प्रतिमा, जो संभवतः देवी सरस्वती की प्रतिमा है। यह मूर्ति लगभग 18 वीं शती ई0 की है।


संग्रहालय के उप निदेशक, डाॅ0 मनोज कुमार गौतम ने कहा कि मा0 उच्च न्यायालय, उड़ीसा एवं तमिलनाडु ने यह आदेश निर्गत किया था कि थाने के मालखानों में रखी पुरा सम्पदाएं स्थानीय संग्रहालयों के संग्रह में रखी जाये।

उक्त आदेश पारित होने के उपरान्त पहली बार ऐसा हो रहा है कि राजकीय बौद्ध संग्रहालय, गोरखपुर में इस तरह की सम्पदाएं, जो थाने के मालखानों में पड़ी हुई हैं, उनको संग्रहालय के संग्रह में लिया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि विश्व धरोहर सप्ताह के अन्तर्गत पुरासम्पदाओं का संग्रह में आना अपने आप में बहुत बड़ी  उपलब्धि है।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

आरबीएस कॉलेज की सपना मिश्रा का सपना हुआ साकार”

लोकसभा क्षेत्र देवरिया से अगम स्वरूप कुशवाहा चुनाव लडेंगे

वाटरशेड यात्रा उत्तर प्रदेश के 34 जिलों में होगी - संतोष मौर्य