बाल स्वास्थ्य पोषण माह जुलाई 2021प्रथम चरण का उद्घाटन किया गया
देवरिया- आज कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी, देवरिया पर बाल स्वास्थ्य पोषण माह जुलाई 2021 प्रथम चरण का उद्घाटन अलका सिंह, अध्यक्ष, नगर पालिका, देवरिया द्वारा 02 वर्ष के बच्चे को विटामिन सिरप पिलाकर किया गया।
इस अवसर पर डा० आलोक पाण्डेय मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डा० सुरेन्द्र सिंह जिला प्रतिरक्षण अधिकारी, डा० बी०पी०सिंह अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डा० सुरेन्द्र चैधरी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डा० राजेन्द्र प्रसाद अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, ए०आर०ओ० जिला कोआर्डिनेटर यूनिसेफ, मुकेश मिश्र, उपेन्द्र तिवारी, अर्चना, वंदना रश्मि ए०एन०एम० आशा एवं आगनवाड़ी सहित समस्त कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
अध्यक्ष अलका सिंह द्वारा बताया गया कि टीकाकरण प्रत्येक गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के लिये अति आवश्यक है एवं समस्त बच्चों का इस पर पूर्ण हक है। टीकाकरण बच्चों को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाव करता है। अतः हम सभी का कर्तव्य बनता है, कि स्वयं के एवं समाज के प्रत्येक बच्चों के टीकाकरण हेतु अपना सामाजिक एवं नैतिक जिम्मेदारियों का निर्वाह कर एक स्वस्थ्य राष्ट्र का निर्माण करें। इसमें स्वास्थ्य विभाग के साथ आई०सी०डी०एस० विभाग की भी पूर्ण सहभागिता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह विटामिन ष्एष् सम्पूरण कार्यक्रम टीकाकरण का अभिन्न अंग है जो प्रतिवर्ष जून ध् जुलाई एवं दिसम्बर ध् जनवरी में नियमित टीकाकरण / वी०एच०एन०डी० सत्रों पर स्वास्थ्य एवं आई०सी०डी०एस० विभाग के सहयोग से संचालित किया जाता है, विटामिन ‘‘ए’’ वसा में घुलनशील विटामिन है जो शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, जिससे बच्चे स्वस्थ्य एवं पोषित रहते है।
इसी क्रम में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा० सुरेन्द्र सिंह द्वारा बताया गया कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह जुलाई चरण का आयोजन जनपद एवं जनपद के सभी ब्लाकों पर 28 जुलाई 2021 से नियमित टीकाकरण सत्रों पर किया जायेगा जिसमें 09 माह से 05 वर्ष तक लक्षित 399300 बच्चों को विटामिन ‘‘ए’’ का घोल पिलाया जायेगा|
इसी के साथ सत्र स्थल पर आये सभी लाभार्थी बच्चों को आयरन सिरप की एक शीशी इस निर्देश के साथ दी जायेगी कि क्षेत्रीय आशा सप्ताह में दो बार एक-एक एम०एल० एवं माह में आठ बार उसको पिलाया जाना सुनिश्चित करें।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लक्षित बच्चों के प्रतिरक्षण क्षमता में वृद्धि करना कुपोषित बच्चों की पहचान एवं संदर्भन करना, स्तनपान को बढ़ावा देना तथा आयोडीन युक्त नमक के प्रयोग को बढ़ावा देना है।
जनपद में इनकी समस्त तैयारियों की जा चुकी है। कोविड-19 के बचाव के दिशा-निर्देशों का पूर्ण पालन करते हुये कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु सभी को निर्देशित किया जा चुका है।