किसानों को मुर्गी प्रजातियों एवं प्रबंधन की दी गई जानकारी
देवरिया - कृषि विज्ञान केंद्र देवरिया द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत प्रवासी श्रमिकों के लिए मुर्गी पालन विषय पर 25 से 27 अगस्त 2020 तक तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए केंद्र के प्रभारी रजनीश श्रीवास्तव ने बताया कि जनपद में मुर्गी पालन की अपार संभावनाएं हैं जिससे बढ़ावा देकर मुर्गी पालकों के पोषण और आय को बढ़ाकर उनके जीवन स्तर को समृद्ध बनाया जा सकता है उन्होंने बताया कि मुर्गी पालन के लिए पालक अंडे उत्पादन के लिए मांस उत्पादन के लिए या अंडा और मांस दोनों के उत्पादन के लिए मुर्गी की प्रजातियों का चयन करके उनको पालने से अच्छी आय प्राप्त कर सकते हैं ।
केंद्र के वैज्ञानिक डॉक्टर आरपी साहू ने मुर्गी पालन में आवश्यक आवास व्यवस्था उनके आहार एवं रहन सहन के बारे में भली प्रकार से चर्चा किया। कार्यक्रम के दौरान पशु चिकित्सक डॉक्टर जे के चौहान ने प्रशिक्षकों को मुर्गी पालन के वैज्ञानिक गुर सिखाए और उन्होंने बताया कि किसान अगरअपने उत्पादों को बाजार में अच्छी तरह से भेज सकें तो मुर्गी पालन से अच्छा और कोई व्यवसाय नहीं है | इससे पालक थोड़ी पूंजी लगाकर 40 से 45 दिन के अंदर आय प्राप्त कर सकते हैं ।
ऐसा देखा गया है की यदि 1000 चुजों का पालन 40 से 45 दिन तक अच्छी प्रकार से कर दिया जाए तो उनकी उनका वजन डेढ़ से 2 किलोग्राम तक हो जाता है जिसको बेच करके वे लगभग 20 से 25000 तक आय प्राप्त कर सकते हैं प्रशिक्षण के लिए पधारे डॉक्टर संतोष श्रीवास्तव पशु चिकित्सक ने मुर्गियों में होने वाले विभिन्न रोगों और उनके निवारण पर प्रकाश डाला पशु चिकित्सक डॉक्टर पुरुषोत्तम मौर्या ने प्रशिक्षणार्थियों को मुर्गियों का आहार घर पर कैसे तैयार करें इसके बारे में चर्चा की प्रशिक्षण उपरांत प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र दिया गया प्रशिक्षण में कुल 35 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया पूरे प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन अजय तिवारी ने किया|
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत केंद्र द्वारा नवा तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम मशरूम उत्पादन विषय पर दिनांक 2 सितंबर 2020 से आयोजित किया जाएगा जो भी प्रवासी भाई मशरूम उत्पादन पर प्रशिक्षण लेना चाहे वे अपना पंजीकरण कृषि विज्ञान केंद्र पर संपर्क कर करा सकते हैं .|